आओ मिल कर करे
by Sukamaari Arora on Friday, June 3, 2011 at 8:14pm
आओ मिल कर करें, दीदार-ए-चान्द हम दोनों
जी भर बातें करें, इक दूजे के साथ हम दोनों।
बन्दिशें तुम पर, ज़माना मेहरबां नहीं मुझ पर भी,
इस हसीं पल को, जी भर के जी लें हम दोनों।
वस्ल की रात है,आंसुओं का गिरना है लाज़मी,
अश्कों की बारिश में, नहा तो ले हम दोनों।
खामोशी तुम्हारी, मेरी जान ले लेगी मेरे सनम,
दिल में राज़ है कई, हमराज़ कर लें हम दोनों।
ये जानती हूं, दग़ा देना, तुम्हारी फ़ितरत नहीं,
इक साथ वफ़ा का नग़मा, गुनगुनाएं हम दोनों
गर मंजूर हो तो दूं ,इक मशविरा '''सुकमारी'''
मुश्किलें कितनी भी हों, जिएंगे मरेंगे साथ हम दोनों।
---------सुकमारी,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,