भ्रष्टाचार - २
by Sukamaari Arora on Friday, May 6, 2011 at 6:10pm
भर्ष्ट नेता भ्रष्टाचार किये जा रहे है
खोखला देश को सब किये जा रहे है
जनता है दबी महंगाई के नीचे
महंगाई पे महंगाई ये किये जा रहे है
हर शै में मिलावट है तंत्र की मेहरबानी
खून के आंसू लोग पिए जा रहे है
क़त्ल,बलात्कार,लूटपाट,और अपहरण है आम
कान,आँख, मुहं, फिर भी बंद किये जा रहे है
कुछ नेता भी ऐसे'' ''दिग्गी'' बाबू जैसे
आंतकवादियो को ही इज्ज़त दिए जा रहे है
हर और त्राहि त्राहि ,फिर भी सनाटा,क्यों
जुल्म पे जुल्म सब क्यों सहे जा रहे है
खूब दिया था समर्थन '''अन्ना'''जी का सब ने
अब वो जोश लोगो में कम क्यों हुए जा रहे है
ना चलने दो चाले '''दिग्गी'''और '''अमर'''की
अब तो जाग जाओ क्यों सोये जा रहे है
-----------sukamaari------6/5/2011
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