Tuesday, 19 April 2011

====दामन=====

By Sukamaari Arora · Wednesday, April 6, 2011
 ++++दामन++++
जागते है आरमा मेरे जो आपकी खातिर
दे कर थपकी उनको हम सुला सकते नहीं
क्यों !किसने कहा था हमसे दूर जाने को
वापिस आपको अब भुला सकते नहीं
हाल हमारे गर्दिश में है यारो, फिर भी
इस हालत पे खुद को रुला सकते नहीं
प्यार करें ना करें ये है आप की मर्ज़ी
दामन आपके आगे हम फैला सकते नहीं
-------------सुकमारी------

No comments:

Post a Comment