Tuesday, 19 April 2011

यांदेby Sukamaari Arora on Sunday, March 27, 2011 at 3:15pm

यांदे

by Sukamaari Arora on Sunday, March 27, 2011 at 3:15pm

 ना जाने मौसम में कैसे उदासी छाई है
की तनहा में याद किसी की आई है
बहुत कोशिश की भुला दूं उनको
वही तस्वीर बार बार सामने आई है
जब से रुखसत हुए इस जिंदगी से
ख्याल आता है किस खता की सजा पायी है
एक बार सिर्फ एक बार आ कर बताये
आखिर ! वफ़ा की सजा क्यों बेफाई है ........@...सुकमारी......


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